सॉलोमन द्वीप इस द्वीप समूह में १० बड़े एवं ४ छोटे द्वीप सम्मिलित हैं जिनका विस्तार ५से १२ द. अ. और १५५३०से १६९४५पू. दे. क्षक है। इनका कुल क्षेत्रफल २९४४० वर्ग किमी. तथा जनसंख्या १,९४,६१६ (१९६०) है। इन द्वीपों में नारियल, शकरकंद, अनन्नास, केला और कुछ कोको उत्पन्न होता है। लेकिन नारियल का गोला या गरी ही केवल आर्थिक उत्पाद है। अब प्रयोगात्मक रूप में धान की खेती हो रही है। आयात की मुख्य वस्तुएँ धान, बिस्कुट, मांस, आटा, चीनी, चाय, दूध, खनिज तेल, तंबाकू, साबुन एवं सूती वस्त्र हैं। यहाँ से गरी, लकड़ी, सुपारी और टोकस घोंघे (Trochus shell) का निर्यात मुख्यत: इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया को होता है।

इस द्वीप समूह में ग्वाडल कैनाल, मलैटा, सानक्रिस्ताबल, न्यू जार्जिया, साबेल, पायसेउल, शार्टलैंड, मोनो या ट्रिजरी, वेला लैवेला, गैनोंग्मा, गिजो, रेंडोवा, रसेल, फ्लोरिडा एवं रेनील मुख्य द्वीप हैं। इनमें से अधिकांश पहाड़ी तथा जगंलों से ढके हुए हैं। ग्वाडल कैनाल सबसे बड़ा द्वीप (६४०० वर्ग किमी. है तथा मलैटा सबसे अधिक जनसंख्या वाला (४६,०००) द्वीप हैं। होनियारा में पश्चिम प्रशांत महासागरीय द्वीपों के उच्चायुक्त का प्रधान कार्यालय है। होनियारा की वार्षिक वर्षा ९०'' लेकिन कहीं-कहीं ३००'' तक वर्षा होती है। मलेरिया, विषम ज्वर यहाँ का प्रधान रोग है। शिक्षा गिरजाघरों द्वारा दी जाती है। सोलमन द्वीप में केवल एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (बालकों के लिए) तथा अध्यापकों के लिए एक प्रशिक्षण महाविद्यालय (कुकुम में) है।

(राजेंद्र प्रसाद सिंह)