सारडिनिआ (Sardinia) द्वीप (क्षेत्रफल २५०८८ वर्ग किमी.) भूमध्य सागर में कोसिका से साढ़े सार मील दक्षिण स्थित है। राजनीतिक स्तर पर यह इटली से संबंधित है। इसका भूगर्भिक निर्माण प्राचीन चट्टानों से हुआ है। यह पहाड़ी तथा पठारी द्वीप है। साधारणत: यहाँ के पहाड़ों की ऊँचाई १,३०० फुट है। पूर्वी भाग में ग्रेनाइट चट्टानें पाई जाती हैं। उत्तर पूर्वी भाग की मुख्य चोटी मांट लिंबारा (४,३१३ फुट) है तथा उत्तर पश्चिम भाग में नुरा ज्वालामुखी है, जिसकी सबसे ऊँची चोटी मांट फेरू (३,४४८ फुट) है। कांपिडानो का मैदान दक्षिण में काग्लियारी से पश्चिम में ओरिस्टानो तक ९६ किमी. तक फैला हुआ है।

मुख्य नदियों में तिर्सो १५२ किमी. लंबी है जो मध्य द्वीपीय १२-८ भाग से होकर ओरिस्टानो की खाड़ी में गिरती है। कोगीनास ६५ मील लंबी है और सँकरी घाटी में बहती हुई असीनारा की खाड़ी में गिरती है। कभी-कभी वर्षा की कमी के कारण ये नदियाँ सूख भी जाती हैं।

यहाँ की जलवायु भूमध्यसागरीय है। ग्रीष्म ऋतु में वर्षा नहीं होती। यहाँ उत्तरी पश्चिमी मैस्ट्राल तथा गर्म और नम सिरोको हवाएँ चला करती हैं। जनवरी एवं जुलाई का औसत ताप २४° सें. और ८०° सें. होता है। पहाड़ों पर लगभग १०१ सेंमी. किंतु इगलेशियास के उत्तर में केवल २५.६३.५ सेंमी. वार्षिक वर्षा होती है। जंगल तथा झाड़ियाँ पतझड़ प्रकार के हैं।

यहाँ की जनसंख्या १२,७६,०२३ (१९६१) थी जो १९३६ की जनगणना से लगभग २३% अधिक है। जनसंख्या का घनत्व ३५२ व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. है। निर्धनता के कारण यहाँ बच्चों की मृत्यु तथा क्षय रोग की अधिकता है।

कृषि अविकसित है। १९५२ ई. के प्राप्त आँकड़ों के अनुसार ४८% भूमि पर जंगल एवं चरागाह, २७% कृषि एवं ३.५% पर बाग इत्यादि थे। मुख्य फसलों में गेहूं, जौ, जई, अंगूर, मक्का, सेम, जैतून आदि हैं। १९५० ई. में इटली द्वारा सारडिनिया के आर्थिक विकास के लिए बहुत बड़ी रकम प्रदान की गई थी जिसका उपयोग जल निकास, कृषि तथा भूमि सुधार, चरागाह, सड़क निर्माण और पर्यटन विकास में हुआ।

यहाँ खनिज उद्योग का विकास नहीं हो पाया है। जस्ता का अधिक उत्पादन होता है। अन्य खनिजों में ताँबा, सीसा, लोहा, मैंगनीज़, निकल, कोबाल्ट, वंग (Tin), ऐंटीमनी प्रमुख हैं। कोयला का उत्पादन कम होता है। (भपेंद्रकांत राय)