सार प्रदेश (Saar Region) जर्मनी का एक भाग है। १९वीं शताब्दी तक यह लोरेन का एक भाग था। १९१९ ई. में जर्मनी के विभाजन के समय इसको १५ वर्षों के लिए फ्रांस को उसके उत्तरी खदानों की क्षतिपूर्ति स्वरूप दिया गया। सन् १९३५ की १३ जनवरी के जनमत के अनुसार यह क्षेत्र जर्मनी के अधिकार में पुन: आ गया। द्वितीय महायुद्ध काल में इस प्रदेश को अत्यधिक क्षति पहुँची। तत्पश्चात् यह फिर फ्रांस के अधीन हो गया। २७ अक्तूबर, १९५६ ई. की फ्रांस‑जर्मनी-संधि के अनुसार १ जनवरी, १९५७ ई.ं को सार पुन: जर्मनी के अधीन चला गया।

इस प्रदेश का क्षेत्रफल २,५६७ वर्ग किमी. है। यहाँ की जातियों में ७३.४% कैथोलिक तथा २५.३% प्रोटेस्टेंट हैं। सारब्रुकेन यहाँ की राजधानी है।

संपूर्ण क्षेत्रफल के लगभग ५०% भाग में कृषि की जाती है तथा ३२% भाग जंगलों से ढका है। मुख्य फसलों में जई, जौ, गेहूँ, राई तथा चुकंदर हैं।

कृषि के अतिरिक्त यहाँ खनिज एवं उद्योगों का भी विकास हुआ है। खानों से पर्याप्त कोयला निकलता तथा लोहा और इस्पात का निर्माण होता है। यहाँ के मुख्य नगरों में सारब्रुकेन, न्यू किरचन (New Kirchen), डडवाइलर (Dudweiler) तथा सूल्जबाच (Sulzbach) हैं। (भपेंद्रकांत राय)