सॉडि, फ्रेडरिक (Soddy, Frederick, सन् १८७७), अंग्रेज रसायनज्ञ, का जन्म ससेक्स काउंटी के ईस्टबोर्न नामक नगर में हुआ था। इन्होंने इसी नगर में, वेल्स के युनिवर्सिटी कॉलेज में तथा ऑक्सफर्ड विश्वविद्यालय के मर्टन कॉलेज में अध्ययन किया और क्रमश: ग्लासगो, ऐबर्डीन तथा ऑक्सफर्ड में प्रोफेसर के पद पर रहे।
आरंभ में आपने लॉर्ड रदर्फर्ड के साथ विघटनाभिकता (radioactivity) पर अनुसंधान किए। रेडियोऐक्टिव तत्वों संबंधी रासायनिक प्रयोगों से प्रेरित होकर इन्होंने अपना परमाणु विघटन सिद्धांत तथा रेडियोऐक्टिव परिवर्तनों के लिए आवर्त सारणी में विस्थापन नियम प्रतिपादित किया। इन्होंने ही सर्वप्रथम पता लगाया कि ऐसे तत्व भी होते हैं जिनके नाभिकीय द्रव्यमानों में तो अंतर होता है, पर प्राय: सभी रासायनिक गुण एक सदृश होते हैं। इन तत्वों का नाम इन्होंने आइसोटोप (समस्थानिक) रखा।
सन् १९१० में ये रॉयल सोसायटी के सदस्य चुने गए तथा सन् १९२१ में इन्हें नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। इन्होंने कई महत्वपूर्ण वैज्ञानिक ग्रंथ भी लिखे हैं। (भगवान दास वर्मा)