सागर १. जिला, यह भारत के मध्य प्रदेश राज्य का जिला है जिसका क्षेत्रफल ३,९६१ वर्ग मील है। इसके उत्तर में उत्तर प्रदेश का झाँसी जिला, पश्चिम में विदिशा, पश्चिम-दक्षिण में रायसेन, दक्षिण में नरसिंहपुर, पूर्व में दमोह, पूर्व उत्तर में छतरपुर जिले है। जिले का अधिकांश दक्कन ट्रैप (trap) से ढँका हुआ है। जिले की विंध्य पहाड़ियाँ विरल जंगलों से ढँकी है। जयसिंहनगर एवं राइतगढ़ के समीप के जंगलों में केवल टीक के वृक्ष भी मिलते हैं। पहाड़ियों की ढालों पर बाँस के जंगल हैं। साँभर, नीलगाय, सूअर, बारहसिंहा एवं चित्तीदार हरिण मुख्य वन्य पशु हैं। मोर, तीतर, भट्टतीतर आदि पक्षी यहाँ मिलते हैं। जिले की प्रमुख नदियाँ सोनार, बेवस, धसान, बीना एवं बेतवा हैं। यहाँ की औसत वार्षिक वर्षा ४७ इंच है। जिले की जलवायु स्वास्थ्यवर्धक है। चना, ज्वार, कोदो, तिल, गेहूँ और अलसी यहाँ की प्रमुख फसलें हैं।

नगर, स्थिति: २३५१उ. अ. तथा ७८४५पू. दे.। यह नगर उपर्युक्त जिले का प्रशासनिक नगर है, जो बंबई से ६५४ मील पूर्व में स्थित है। नगर का नाम सागर नामक झील पर पड़ा है। नगर इस झील को चारों ओर से घेरे हुए है और समुद्रतल से १,७०० फुट की ऊँचाई पर विंध्य पहाड़ियों के पर्वतस्कंधों पर स्थित है। नगर में कोई कारखाना नहीं है और यहाँ का प्राचीन रजत-स्वर्ण-उद्योग पनप नहीं रहा है। नगर में एक प्राचीन मराठा किला है जिसमें अब पुलिस स्कूल स्थित है। यहाँ सागर विश्वविद्यालय नामक एक विश्वविद्यालय भी है। श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श् [अजितनारायण मेहरोत्रा]