साइनाइ प्रायद्वीप (Sinai Peninsula) स्थिति: २९� ०� उ. अ. तथा ३४� ०� पू. दे.। यह मिस्र का एक त्रिभुजाकार
प्रायद्वीप है, जो स्वेज और अकाबा की खाड़ियों के मध्य स्थित
है। इसके पूर्व में ट्रांसजार्डन, अरब का पैलेस्टाइन स्थित
हैं। साइनाइ के भूमध्यसागरीय तट के किनारे-किनारे रेत
की पट्टी है, जो राफा निकट सब से कम चौड़ी है। जैसे-जैसे
यह पश्चिम में स्वेज की ओर बढ़ती है इसकी चौड़ाई बढ़ती
गई है। इस पट्टी के दक्षिण में चूना पत्थर की उच्च समभूमि
है जिसे जिबेल एल तिह (Jebel el Tih) कहते
हैं। इसका तल दक्षिण में ऊँचा होता जाता है और अंतिम
ऊँचाई ४,००० फुट तक पहुँच गई है। जिबेल एल तिह शुष्क
और गर्म है। इस भाग में वादी एल आरिश (Wadi el Arish) नामक
नदी बहती है, जो वर्ष के अधिकांश दिनों में सूखी रहती है।
जिबेल एल की तिह के दक्षिण में रेत और कंकड़युक्त क्षेत्र है
जिसे डिबेट अर रैमलेह (Dibbet er Ramleh) कहते हैं। यह क्षेत्र उत्तर की
उच्च समभूमि को दक्षिण के टार पर्वतों से अलग करता है। टार
पर्वत ९,००० फुट ऊँचा है।
बाइबिल के प्राचीन भाग के अनुसार मूसा
पर्वत (७,४९०) फुट, शोमर पर्वत (८,४४९ फुट) तथा सेरबेल पर्वत
(६,७१२ फुट) में से कोई एक साइनाइ या होरेब पर्वत है।
साइनाइ प्रायद्वीप का आधुनिक महत्व इसकी युद्ध संबंधी
स्थिति तथा मैंगनीज के निक्षेपों के कारण है। [नंदकुमार
राय]