सहरसा बिहार का सबसे नया जिला है, जिसका क्षेत्रफल २,०९३ वर्ग मील है। यह जिला भागलपुरश् के गंगा से उत्तरी भाग तथा अन्य समीपवर्ती जिलों के कुछ भागों को मिलाकर बना है। इसके अंतर्गत सहरसा सदर, सुचौल, माधेपुरा, उपडिवीजन हैं। निर्मली और बीरपुर अन्य प्रमुख स्थान हैं। संपूर्ण जिला कोसी नदी की अनगिनत शाखाओं से, जो उत्तर से दक्षिण, फिर एक साथ कमला नदी में मिलकर पूरब की ओर बहती हैं, विंधा हुआ है इस प्रकार कोसी की बाढ़ से यह जिला अत्यधिक त्रस्त रहा है। यहाँ की प्रमुख उपज धान तथा जूट हैं, पर बाढ़ की विभीषका के कारण यहाँ प्राय: दुर्भिक्ष सी स्थिति रहती है। कोसी बाँध के बनने तथा उससे निकली नहरों की सुविधा प्राप्त होने के पश्चात् ही, यह जिला संपन्न हो सकेगा। बाढ़ के कारण यहाँ यातायात के साधनों की बड़ी कमी है। इस जिले में उत्तर पूर्व रेलवे की दो-तीन अगल-अलग शाखाएँ ही कुछ सुविधा प्रदान करती है। सुपौल तथा निर्मली रेल शाखाएँ उल्लेखनीय हैं। परिवर्तनीय सड़कों का नितांत अभाव है। श्श् [जंगीर सिंह.]