इपिकाकुआना 'सिफैलिस इपीकाकुआना' की सूखी जड़ का नाम है। इसमें मुख्यत: एमेटीन तथा सिफैलीन ये दो ऐल्कलॉएड होते हैं। अंशत: पेट तथा अंशत: वामक केंद्र पर प्रभाव डालने के कारण यह बड़ी मात्रा में शक्तिशाली वमनकारक है। एमेटीन एक शक्तिशाली अमीबा नाशक है। इपीकाकुआना का प्रयोग वमन कराने तथा कफ का उत्सारण बढ़ाने के लिए होता है। सूखी खाँसी में यह अधिक ढीला कफ उत्पन्न करके आराम पहुँचाती है। एमेटीन अमीबी आमातिसार के लिए अचूक ओषधि है। एमेटीन अंत:पेशीय इंजेक्शन द्वारा दी जाती है तथा तीव्र आमातिसार अथवा यकृत्कोप में आश्चर्र्यजनक लाभ दिखाती है। इसकी मात्रा एक ग्रेन प्रति दिन के हिसाब से १२ दिन तक है। इतने दिन रोगी को विस्तर पर से उठना न चाहिए।
इपीकाकुआना
का चूर्ण कफ बढ़ाने
के लिए से
२ ग्रेन तक तथा वमन
कराने के लिए
१५ से ३० ग्रेन तक की
मात्रा में प्रयुक्त
होता है। (मो.ला.गु.)