इनेसिदेमस एक यूनानी दार्शनिक जिसका जन्म शायद ई.पू. प्रथम शताब्दी में क्नोसस् में हुआ था। इसका दृष्टिकोण संदेहवादी था। वह सत्य और कार्य-कारण-भाव में विश्वास नहीं करता था। जीवधारियों के प्रत्यक्षों की सापेक्षिकता के कारण सत्य का स्वरूप निरपेक्ष नहीं हो सकता। यही बात कारण के संबंध में भी लागू होती है। फिर कार्य और कारण का संबंध भी अचिंत्य है। इनेसिदेमस की युक्तियाँ आधुनिक संदेहवादियों की युक्तियों के साथ विलक्षण समानता रखती हैं। दियोगेनेस लीएर्तियस् की 'दार्शनिकों के जीवनचरित' नामक पुस्तक में उसकी चार रचनाओं के नाम मिलते हैं। (भो.ना.श.)