इंटर लिंगुआ शब्द का अर्थ अंतर्भाषा होता है अर्थात् अनेक भाषाओं के मध्य एक सर्वनिष्ठ भाषा। चूँकि एक भाषा दूसरी से सर्वथा पृथक् होती है अत: ऐसी भाषा स्वाभाविक न होकर कृत्रिम ही हो सकती है। आधुनिक युग में (२०वीं शताब्दी में) विश्व अंतर्भाषा बनाने के दो प्रयास किए गए। प्रथम प्रयास १९०८ ई. में गिउसेपो पेअनो नामक भाषाविद् द्वारा किया गया और दूसरा प्रयास अंतरराष्ट्रीय सहकारी भाषा संस्था (इंटरनैशनल आक्जीलरी लैंग्वेज एसोसियेशन) द्वारा किया गया, किंतु भाषा की लोकप्रियता की दृष्टि से सफलता नहीं मिली। इसी प्रकार की एक अन्य विश्वभाषा एसपिरेंतो (द्र.) की रचना डा.एल.एल. जर्मेनहाफ ने १८८७ ई. में की, जो अपेक्षाकृत १९२५ ई. के पश्चात् अधिक लोकप्रिय हुई।
(मो.ला.ति.)