आसीर पश्चिमी अरब का एक प्रदेश है जो १७° ३१¢ से २१° ¢ उ.अ. तक तथापि ४०° ३०¢ से ४५° ¢ पू.दे. तक फैला हुआ है। इसके उत्तर में हेजाज़, पश्चिम में लाल समुद्र, दक्षिण में यमन तथा पूर्व में नेज्द प्रदेश हैं। इस प्रदेश के दो भाग किए जा सकते हैं। पहला तो समुद्रतटीय मैदान, जो लगभग २५ मील चौड़ा है। दूसरा पठार, जो इन पहाड़ों से आरंभ होकर नेज्द प्रदेश तक चला गया है। आसीर की लंबाई लगभग २३० मील और चौड़ाई १८० मील है।

इस प्रदेश के मुख्य बंदरगाह जिज़ान और मैदी हैं। जिज़ान सम्रदतटीय मैदान की, जिसे तिहामा कहते हैं, राजधानी है और पर्वतीय प्रदेश की राजधानी आभा है। पठार के पूर्वी भाग में बिशा, रान्या और तुराबा नामक घाटियां हैं जो घनी बसी हैं। पश्चिमी भाग की मुख्य घाटियों में खामिस मुशैत तथा वादी शहरां है। पहाड़ों के निवासी स्वतंत्रताप्रेमी तथा कष्टसहिष्णु हैं। ये इल्लाम नाम की जाति बसती है जिसका मुख्य निवास रान्या की घाटी है।

सन् १९१४ ई. के पूर्व यह प्रदेश तुर्की के अधिकार में था, यद्यपि पहाड़ी भागों के लोग प्राय: स्वतंत्र थे। सन् १९२६ ई. में यह बहाबी संरक्षकता में आ गया और अंत में १९३३ में यह सऊदी अरब के राज्य में मिला लिया गया। एक वर्ष पश्चात् यमन और सऊदी अरब में युद्ध आरंभ हो गया जिसका अंत तैफ की संधि से हुआ। इस संधि के अनुसार नज़रा के मरूद्यान सहित आसीर प्रदेश सऊदी अरब का एक भाग हो गया। (न.कि.प्र.सिं.)