सरकैशिया (Circassia) सोवियत संघ में, उत्तर पश्चिमी कॉकेशस पर्वतक्षेत्र में एक ऐतिहासिक क्षेत्र है। यह क्षेत्र प्रशासनिक दृष्टि से दो स्वशासित भागों में विभाजित हैश् अदिगेई (Adygei) और चेरकेस (Cherkess)। अदिगेइ क्षेत्र का क्षेत्रफल ४,४२० वर्ग किलोमीटर है, जो कूबान (Kuban) नदी की सहायक व्येलाया (Belaya) नदी की घाटी में स्थित है। माइकॉप (Maikop) इसकी राजधानी है। पूर्व में चेरफेस क्षेत्र है, जिसका क्षेत्रफल ४,००४ वर्ग किलोमीटर है। चेरकेस्क (Cherkessk) इसकी राजधानी है। निचले क्षेत्रों की मुख्य फसलें गेहूँ और सूर्यमुखी हैं तथा पर्वतीय भागों में लकड़ी काटना व पशुपालन मुख्य व्यवसाय हैं। मध्य युग में सरकैशियावासी काकेशस पर्वतों में रहते थे। १०वीं से १३वीं शताब्दी तक सरकैशिया जार्जिया के शासन के अंतर्गत रहा, फिर कई शताब्दियों तक सरकैशिया स्वतंत्र रहा। सन् १८२९ ई. में सरकैशिया पर रूस का पूर्ण शासन कायम हुआ। फलस्वरूप लगभग पाँच लाख सरकैशियावासी टर्की और बल्गेरिया चले गए और अब केवल ९३,००० (१९५०) सरकैशियावासी रह गए हैं। इस क्षेत्र में निवास करनेवाली ही अन्य जातियों में रूसी और कॉकेशियाई जातियाँ हैं।

उच्च वर्ग के सरकैशियावासी मुसलमान हैं। सरकैशियावासी स्त्रियाँ सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं और एक समय बादशाहों के हरम के लिए इनकी बड़ी चाह थी। (सरदार सिंह ढबरिया.)