सत्यवान अश्वपति राजा की कन्या सावित्री का पति जिनकी मृत्यु की भविष्यवाणी एक ऋषि ने विवाह के पूर्व ही कर दी थी। जब लकड़ी काटते समय सत्यवान गिरकर मरने लगा तो सावित्री वहाँ थी और उसने यमराज को देखकर उनका पीछा किया। अंत में यम उसकी भक्ति से प्रसन्न हुए और सत्यवान के जीवन का वरदान सावित्री को प्राप्त हो गया। ((स्वर्गीय) रामाज्ञा द्विवेदी)