सत्यवती राजा गाधि की एक कन्या जो ऋचीक नामक ्ब्रााह्मण से ब्याही गई। यह जमदग्नि की माता और परशुराम की मातामही थी।
इनकी माता आर्द्रका नामक अप्सरा थी। यही व्यास द्वैपायन की माता है जिनके नाम गंधवती, कालांगनी तथा गंधकाली भी हैं। पराशर ऋषि इन्हें यमुना पार करते समय मिले थे और बाद को इनका ब्याह राजा शांतनु से हुआ जिनसे चित्रांगद एवं विचित्रवीर्य नामक दो पुत्र हुए (दे. मत्स्यगंधा)। ((स्वर्गीय) रामाज्ञा द्विवेदी)