संयुक्त खासी और जयंतिया पहाड़ियाँ जिला, भारत के मेघालय राज्य में है। यह सुरमा घाटी में स्थित है तथा इसका क्षेत्रफल ५,५४६ वर्ग मील एवं जनसंख्या ४,६२,१५२ (१९६१) है। जिले के उत्तर में कामरूप, पश्चिम में गारो पहाड़ियाँ, दक्षिण-पूर्व में कछार तथा पूर्व में संयुक्त मिकिर और उत्तरी कछार पहाड़ियाँ नामक जिले हैं एवं दक्षिण-पश्चिम-दक्षिण में पूर्वी पाकिस्तान है। जिले में पूर्व और पश्चिम की ओर ढालदार कटकों (ridges) के अनुक्रम हैं, जिनके मध्य में उठा हुआ पठार है। दक्षिण की ओर सुरमा घाटी में समुद्रतल से ४,००० से ६,००० फुट ऊँचे पठार है। उत्तर में कामरूप की ओर निम्न ऊँचाई के दो पठार हैं। ३,००० फुट की ऊँचाई पर देशज (indigenous) चीड़ के जंगल हैं। ऐसे चीड़ हिमालय या अन्य जगह नहीं मिलते। ऊँचे कटकों पर ओक, चेस्टनट और मैगनोलिया के वृक्ष उपजते हैं। लगभग २५० प्रकार के ऑर्किड (orchid) भी इन पहाड़ियों पर मिलते हैं। संतरा, सुपारी और अनन्नास जिले की आय के स्रोत हैं। आलू की खेती जिले में होती है और यह बड़े पैमाने पर जिले के बाहर भेजा जाता है। इस जिले का प्रशासनिक केंद्र शिलौंग है, जो मेघालय की राजधानी भी है (देखें शिलौंग)। भारत का सर्वाधिक वर्षावाला स्थान, चेरापूँजी, शिलौंग से २३ मील दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में है। खासी के मूल निवासी खसिया तथा जयंतिया के मूल निवासी सिंतेंग (Synteng) कहलाते हैं। (अजित नारायण मेहरोत्रा.)