संजय इस नाम के दो व्यक्ति हुए हैं - (१) उज्जयिनी का एक राजा जिसकी कन्या वासवदत्ता थी। (२) धृतराष्ट्र का प्रसिद्ध मंत्री तथा सारथी जो महाभारत के पूर्व पांडवों के पास दूत बनाकर भेजा गया था। गवल्गण का पुत्र होने से इसे गावल्गणि भी कहते हैं। इसी के मुख से घृतराष्ट्र को भगवद्गीता सुनाई गई है। ((स्वर्गीय) रामाज्ञा द्विवेदी.)