श्रीधर (Sridhera) आठवीं शताब्दी के भारतीय गणितज्ञ थे। इन्होंने ७५० ई. के लगभग चार प्रसिद्ध पुस्तकें, त्रिंशतिका, पाटीगणित, पाटीगणित, बीजगणित ओर गणितसार, लिखीं। इन्होंने बीजगणित के अनेक महत्वपूर्ण आविष्कार किए। वर्गात्मक समीकरण को पूर्ण बनाकर हल करने का इनके द्वारा आविष्कृत नियम आज भी 'श्रीधर नियम' अथवा 'हिंदू नियम' के नाम से प्रचलित है। (राम कुमार)