श्रीचंद्रमुनि आप लुप्तप्राय उदासीन संप्रदाय के पुन: प्रवर्तक आचार्य है। उदासीन गुरुपरंपरा में आपका १६५ वाँ स्थान हैं। आपकी आविर्भावतिथि संवत १५५१ भाद्रपद शुक्ला नवमी तथा अंतर्धानतिथि संवत् १७०० श्रावण शुक्ला पंचमी है। आपके प्रमुख शिष्य श्री बालहास, अलमत्ता, पुष्पदेव, गोविंददेव, गुरुदत्त भगवद्दत्त, कर्ताराय, कमलासनादि मुनि थे। (स्वामी गोविंदानंद वेदांताचार्य.)