श्नोर्र फान कारोल्सफेल्ड जूलिअस (१७९४-१८७२) जर्मन चित्रकार। १७ वर्ष की अल्पावस्था में ही उसका वियना एकेडेमी में प्रवेश हो गया, किंतु प्राचीन परंपरागत कलारूढ़ियों के प्रतिक्रियास्वरूप जो वहाँ उपद्रव हुआ उसमें भाग लेने के कारण उसे शिक्षा समाप्त होने के एक वर्ष ही निकाल दिया गया। १८१८ में रेफलाइट (रेफल पूर्व) जर्मन कलाकारों का एक दल रोम की कलायात्रा के लिए रवाना हुआ। वह भी उसमें सम्मिलित हो गया। १८२५ में यह रोम छोड़कर म्यूनिख में जा बसा। प्राचीन धार्मिक रूढ़ कला के विरुद्ध उसने एक विशिष्ट कला टेकनीक का आविष्कार किया। उसने भित्तिचित्रण और स्मारकसज्जा की नींव डाली। रोम की कलापरंपराओं को उसने जर्मनी में प्रचलित किया। मैसिमो विला के प्रवेशद्वार की चित्रणसज्जा का कार्य उसे सौंपा गया था जो उसने दो अन्य कलाकारों के साथ मिलकर संपन्न किया। चर्च की दीवारों, खिड़कियों, गवाक्षों में निर्मित उसके सैकड़ों डिज़ाइनों में बाइबिल के धार्मिक कथाप्रसंगों के अतिरिक्त उसके व्यंगचित्र भी मिलते हैं। उदार और प्रगतिशील विचारों का होने के कारण वह धार्मिक चित्रण में सदैव नए तौर तरीकों का समर्थक रहा।श् ( शचीरानी गूर्टू)