शाल्व वृषपर्वा के छोटे भाई अजक के अंश से उत्पन्न मार्तिकावत का क्षत्रिय नरेश। काशिराज की पुत्री अंबा ने इसे मन ही मन अपना पति चुन लिया था। स्वयंवर के समय यह भीष्म से पराजित हुआ। भीष्म से आज्ञा लेकर आई हुई अंबा का इसने परित्याग किया। यह जरासंघ का पक्षपाती और कृष्ण का विरोधी था। यादवों से शत्रुता के क्रम में इसने 'सौभ' विमान प्राप्त किया, प्रद्युम्न को युद्ध में हराया। अंत में श्रीकृष्ण ने इसका वध किया। इस नाम के अनेक पौराणिक व्यक्तियों, राजाओं और दैत्यों का उल्लेख प्राप्त होता है। (चंद्रभान पांडे)