शत्रुघ्न लक्ष्मण के छोटे भाई और सुमित्रा के पुत्र। इन्होंने लवण राक्षस का वध किया तथा मधुपुरी या मथुरा की स्थापना की थी। राम के अश्वमेघ अश्व के संरक्षक रूप में शत्रुघ्न ने अनेक युद्धों में विजय की। राम भरत के साथ ये भी 'गोप्रतारतीर्थ' में जाकर वैष्णव तेज में विलीन हुए।

शत्रुघ्न नाम के अन्य पौराणिक व्यक्तियों में श्वफल्क, अक्रूर और भंगकार के पत्र तथा लंका का एक राक्षस भी था। देवाश्रवा के पुत्र का भी यह नाम था। ((स्वर्गीय) रामाज्ञा द्विवेदी)