व्लाडीमीर, सेंट, (ल. ९५६-१०१५ ई.) रूस का सम्राट्। ग्रांड ड्यूक स्वीयातोस्लाव की उपपत्नी मलुश्का से उत्पन्न संतान। ९७० में पिता से नोवगोरोड की जागीर मिली। ९७२ में पिता का देहांत हुआ। गृहयुद्ध हुआ और शेष साम्राज्य यारोपॉक और ऑलेग नामक पुत्रों में बंटा। ९७७ में यारोपॉक ने ऑलेग को मार डाला। ब्लाडीमीर स्विडेन भाग गया और वहीं छिपा रहा। तीन साल बाद वह सेना सहित रूस लौटा (९८०) और यारोपॉक को मारकर रूस का एकछत्र राजा हो गया। साम्राज्य बढ़ाया और कीएव को अपनी राजधानी बनाया।

व्लाडीमीर ने खेरसन (क्रीमीया) शहर को घेरा। परंतु बाइजेंटियन सम्राट् ने लड़ाई न कर अपनी बहन अन्ना रोमनोवना का इसके साथ विवाह कर दिया। इस विवाह का फल यह हुआ कि व्लाडीमीर ईसाई हो गया (९८९) और ग्रीक चर्च की रूस में स्थापना की गई। ईसाई धर्म की दीक्षा लेने के साथ व्लाडीमीर की प्रकृति बदल गई। अब उसने गिरजाघर, मठ और विहार बनवाने पर ध्यान दिया, फांसी की सजा रद्द कर दी, धर्म, पवित्रता और शुचिता को जीवन में स्थान दिया। सारा साम्राज्य अपने बारह पुत्रों में बांट दिया। धर्मप्रचार के लिए विभिन्न देशों में अपने दूत भेजे और ईसाइयों की संख्या बढ़ाई। (अवनींद्र कुमार विद्यालंकार.)