वेरोकीओ, आंद्रिया देल (१४३५-१४८८) इटली का सुप्रसिद्ध चित्रकार, मूर्तिकार और स्वर्णशिल्पी। फ्लारेंस में उत्पन्न हुआ, पर कालांतर में समूचे इटली प्रदेश का इतना वरेण्य कलाकार माना गया कि लियोनार्दो द विंच और लोरेंजो द कुदी जैसे कलाकार भी अर्से तक उसके शिष्य एवं सहायक के रूप में कार्य करते रहे। इतिहासकार बेज़ेरी ने 'बैप्टिज़्म ऑव क्राइस्ट' नामक केवल एक चित्रकृति उसकी मानी है, पर उक्त चित्र में भी संभवत: देवदूतों के रूपाकारों की गढ़न में - उसी के कथनानुसार - लियोनार्दो की सजीव तूली का संस्पर्श विद्यमान है।
मूर्तिशिल्प की दिशा में वेरोकीओ बेजोड़ है। 'डेविड' की कांस्यप्रतिमा के अतिरिक्त फ्लोंरेंस स्थित सान लारेंजो के शवागार में उसने जिओवान्नी और पियरो द मेदिया की कलात्मक कब्रों का निर्माण किया था। १४७४ में पिस्तोआ गिर्जाघर में उसने कार्डिनल की 'झुकी प्रतिमा' बनानी प्रारंभ की, किंतु उसके जीवनकाल में वह पूरी न हो सकी। ला सेपिएंज़ा के कलाकक्ष में वह आज भी सुरक्षित है, और मिट्टी द्वारा निर्मित उसका मूल ढाँचा साउथ केंसिंगटन में मौजूद है। उसकी सर्वोत्कृष्ट कलाकृति जनरल बर्थालम्यू की अश्वारोही कांस्यप्रतिमा है जिसके मॉडल के निर्माण में ही उसे पर्याप्त समय लगा था। मृत्यु से पूर्व इस अधूरे कार्य को वह लारेंज़ों को सौंप गया, पर वेनिस की सीनेट ने एलसेंद्रो लियोपार्दो द्वारा इसे संपन्न कराया। विश्व की अश्वारोही प्रतिमा में यह अपना सानी नहीं रखती। अश्व और लगाम पकडे हुए जनरल की भंगिमा में आश्चर्यजनक यथार्थता और सौंदर्य की व्यंजना हुई है। इसके अतिरिक्त वेरोकीओ ने चाँदी के बर्तन और छोटी मूर्तियाँ तथा टेराकोटा (पक्की मिट्टी), प्लास्टिक, मोम और काष्ठ पर विचित्र रंगसज्जा और शिल्पनैपुण्य के साथ विभिन्न प्रकार की कलात्मक वस्तुएँ निर्मित की थीं। उसकी मृत्यु वेनिस में हुई, पर फ्लोरेंस के सेंट एंब्रोजिओ चर्च में उसे दफनाया गया। (शचीरानी गूर्टू)