वेंसिटार्ट, हेनरी आपका जन्म ३ जून, सन् १७३२ ई. को लंदन में हुआ था। आपने १३ वर्ष की अवस्था से ही ईस्ट इंडिया कंपनी की नौकरी प्रारंभ कीं। सन् १७४५ ई. में आप मद्रास आए। थोड़े ही दिनों में आपने फारसी भाषा सीख ली। यहीं आपका परिचय राबर्ट क्लाइव से हुआ जो गाढ़ी मित्रता में परिणत हो गया। सन् १७५० में आपकी पदोन्नति एक फैक्टर के रूप में हुई। क्लाइव की सिफारिश पर सन् १७६० में आप बंगाल के गवर्नर नियुक्त हुए। आपने मीर जाफर को गद्दी से उतारकर उसी के दामाद मीर कासिम को नवाब बनाया। पटना के नायब नवाब रामनारायण को जिसे क्लाइव ने संरक्षता प्रदान की थी, आपको मीर कासिम की रक्तपिपासा शांत करने के लिए,, विवश हो, देना पड़ा। अंग्रेजों का यह बड़ा भारी विश्वासघात था। सन् १७६२ में आपने वारेन हेस्टिंग्स के साथ जाकर नवाब से मुंगेर की संधि की। परंतु अब तक बंगाल की कौंसिल से आपका बहुमत जाता रहा था। परिणामत: इसने उस संधि को रद्द कर दिया। अंग्रेजों की उग्र नीति के कारण नवाब से युद्ध छिड़ गया। अंत में खिन्न होकर आपने पदत्याग कर दिया। इंग्लैंड पहुंचकर आपको क्लाइव तथा उसके मित्रों का कोपभाजन बनना पड़ा। सन् १७६९ में आप कंपनी के डाइरेक्टर बनाए गए तथा उसी साल भारत में कंपनी की स्थिति की जाँच करने के लिए रवाना हुए परंतु रास्ते में ही आपका जहाज घटनाग्रस्त हो गया। (जितेंद्र नाथ वाजपेयी)