वीरसिंह देव, बुंदेला, राजा राजा मधुकरसाह बुंदेला का पुत्र। आरंभ से मुगल राजकुमार सलीम की सेवा में रहा। शेख अबुलफजल की हत्या कर देने पर यह सम्राट् अकबर का कोपभाजन हुआ। सलीम के जहाँगीर के नाम से सिंहासनारूढ़ होने पर इसे तीनहजारी मंसब मिला। दक्षिण प्रदेश में कार्यकुशलता का परिचय देने पर इसके मंसब में वृद्धि हुई। जहाँगीर और शाहजहाँ के मनोमालिन्य के समय सुल्तान पर्वेज के साथ शाहजहाँ का पीछा करने पर नियुक्त हुआ। इसने षड़यंत्र से बहुत से प्रदेश अपने अधीन कर लिए थे। १६२७ में इसी मृत्यु हुई। मथुरा का प्रसिद्ध मंदिर, जिसे औरंगजेब ने मस्जिद का रूप दे दिया, इसी के द्वारा बनवाया गया था।