विभीषण रावण का छोटा भाई, कैकसी का तृतीय पुत्र जो धर्मात्मा था। ब्रह्मा के वरदान स्वरूप इसे धर्मबुद्धि, अमरत्व और ब्रह्मास्त्र प्राप्त हुआ था। राम और सीता के विषय में लंका के राक्षसों से भिन्न मत होने के कारण ही रावण ने इसपर पादप्रहार किया था। लंका से यह कैलास भाग गया और वहाँ शिव की सम्मति से रामभक्त बन गया। रावणवध के बाद इसे ही लंका का राज्य मिला। ((स्वर्गीय) रामाज्ञा द्विवेदी)