आजमगढ़ गंगा के उपजाऊ मैदान में स्थित पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक जिला है। इसका क्षेत्रफल ५,७४४ वर्ग कि.मी. है। अधिकांश जनसंख्या का उद्यम खेती है। मुख्य फसलें चावल, जौ, गेहूँ, और गन्ना हैं। इस जिले का मुख्य नगर आजमगढ़ है जो २६° ३¢ उ.अ. और ८३° १३¢ पू.दे. पर स्थित है। यह नगर गंगा नदी की सहायक टोंस नदी के सर्पिल घुमाओं द्वारा तीन ओर से घिरा हुआ है। बाढ़ से रक्षा के लिए ऊँचा बाँध बनाया गया है। पर कभी-कभी बांध तोड़कर नदी का पानी फैल जाता है और नगर को पर्याप्त क्षति पहुँचती है। औसत वार्षिक वर्षा ४२.०५ इंच है। यह पूर्वोत्तर रेलवे की मऊ से शाहगंज जानेवाली शाखा पर स्थित है और पक्की तथा कच्ची सड़कों द्वारा समीपवर्ती क्षेत्रों से संबद्ध है। यह वाराणसी से दोहरीघाट होते हुए गोरखपुर जानेवाले मोटर मार्ग पर पड़ता है। इस नगर की स्थापना १६६५ ई. में आजम खां के द्वारा हुई थी। इसके पूर्व यह भूमि एलवल के बिसेन राजपूतों के अधीन थी। इस समय यहाँ दो डिग्री कालेज हैं। शिबली मंज़िल तथा हरिऔध-कला-भवन विशेष उल्लेखनीय भवन हैं। (रा.ना.मा.)