आइंस्टीनियम तत्व अमरीका के ताप न्यूक्लीय विस्फोट के रेडियमधर्मी मलबे में पाया गया था। इसका नाम विश्वविख्यात वैज्ञानिक आइंस्टाइन के नाम पर रखा गया है। आंइस्टीनियम की खोज १९५२ ई. में ही हो गई थी लेकिन काफी समय तक यह प्रचुर मात्रा में तैयार नहीं किया जा सका। यूरेनियम द्वारा न्यूट्रान अवशोषित होने से इसका निर्माण हुआ था। उस ताप न्यूक्लीय विस्फोट में भारी मात्रा में न्यूट्रानों का द्रावक उत्पन्न हुआ जिसके कारण यूरेनियम नाभिक १७ न्यूट्रानों का अवशोषण कर पाया और फलस्वरूप यह तत्व बन सका। १९५४ ई. लगभग एक ही समय, कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय, ओरेगन प्रयोगशाला (अमरीका) और स्टाकहोम प्रयोगशाला में तत्व ९९ का निर्माण किया गया। यूरेनियम-२३८ पर नाइट्रोजन नाभिक की अभिक्रिया द्वारा यह तत्व बनाया गया। १९६१ ई. में एक अधिक न्यूट्रान प्लक्स वाले रिएक्टर में प्लूटोनियम २३९ के विकिरणन द्वारा प्रचुर मात्रा में इसको तैयार किया गया। इसकी परमाणुसंख्या ९९ तथा अर्धआयु २० दिन है। यह ६.६ एम.ई. वोल्ट ऊर्जा के अल्फाकण उत्सर्जित करता है। इसका रासायनिक सूत्र Fs है। अब तक इसके चार समस्थानिक पाए गए हैं। (नि.सिं.)