आंतिपातर सिकंदर महान् का एक सेनापति और उसकी ओर से कार्यवाहक शासक। इसे अरस्तू से शिक्षा मिली थी। मकदुनिया के सम्राट् फिलिप का यह विश्वासपात्र था। यूनान से पूर्व की ओर प्रस्थान करते समय सिकंदर इसे मकदुनिया और यूनान का कार्यवाहक शासक नियुक्त कर गया था। इसने ्थ्रोस और स्पार्ता के विद्रोह को दबाया। सिकंदर की मृत्यु के बाद इसने मकदुनिया के शासन का पूर्ण भार अपने ऊपर ले लिया। लामियन के युद्ध में इसने यूनानियों को बुरी तरह हराया जो स्वतंत्र होने का प्रयास कर रहे थे। ई.पू. ३२१ में इसने अपने को शासक घोषित किया और दो वर्ष बाद ई.पू. ३१९ में इसकी मृत्यु हो गई।
सं.ग्रं.-केंब्रिज प्राचीन इतिहास, खंड ६। (बै.पु.)