आंतिगोनस गोनातस (ल.ई.पू. ३१९-२३९) आँतिगोनस कीक्लोप्स का पौत्र और दिमेत्रियस का पुत्र जिसका जीवनकाल संघर्षमय रहा। ई.पू. २८३ में अपने पिता की मृत्यु पर उसने प्रजा का नेतृत्व किया और ई.पू. २७६ में पिरस गालवालों को हराकर अपना पैतृक राज्य प्राप्त किया। दो वर्ष बाद फाइरस ने इसे छीन लिया, पर उसकी मृत्यु के पश्चात् आंतिगोनस को पुन: अपना राज्य मिल गया। पिरस के पुत्र सिकंदर के साथ इसका संघर्ष ई.पू. २६३ से २५५ तक चलता रहा और इसे कुछ समय के लिए अपने राज्य से हाथ धोना पड़ा, पर अंत में यह पुन: सफल हुआ। इसके जीवन के अंतिम दिन सुख और शांति से बीते। यह कलाप्रेमी होने के कारण विशेष प्रसिद्ध था।

सं.ग्रं.-केंब्रिज प्राचीन इतिहास, भाग ६ ; टार्न: आँतिगोनस गोनातस, केंब्रिज। (बै.पु.)