अल्वा गुजरात राज्य के अंतर्गत एक क्षेत्र। सन् १९५० ई. से पहले यह क्षेत्र रेवाकंठ नाम की देशी रियासत की जागीर था। इसमें सात गाँव सम्मिलित हैं। उत्तर और दक्षिण में वीरपुर और पांटलावडी हैं जबकि पूर्व में तीन छोटे-छोटे गाँव और पांटलावडी का भाग पड़ता है। पश्चिम में देवलिया नामक प्रसिद्ध गाँंव है। इस क्षेत्र का क्षेत्रफल केवल पाँच वर्गमील है, परंतु यहाँ भील जाति के पिछड़े हुए लोग रहते हैं जिनमें से अधिकांश जंगली जीवन व्यतीत करते हैं और प्राय: शिकार पर ही निर्भर रहते हैं। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद राज्य सरकार का ध्यान इस इलाके की ओर आकर्षित हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप विकास कार्यक्रमों को यहाँ तेजी से लागू किया जा रहा हे। (कै.चं.श.)