अमलसुंथा आस्त्रोगाथों की रानी जो उनके राजा थियोदोरिक की बेटी थी और मूथारिक से व्याही थी। उनके विवाह के कुछ ही काल बाद उसके पति का देहांत हो गया। पति के मरने पर अमलसुंथा ने अपने पुत्र की अभिभाविका के रूप में रावेना में राज करना शुरू किया। ५३४ ई. में उसका पुत्र मर गया और वह आस्त्रोगाथों की रानी बनी। अनेक उच्चपदीय और संभ्रांत आस्त्रोगाथों को उसे उनके षड्यंत्र के लिए दंडित करना पड़ा था। अंत में उसके चाचा ने उनसे मिलकर उसे बोलसेना झील के एक द्वीप में कैद कर दिया जहाँ उसकी ५३५ ई. में हत्या कर दी गई। (भ.श.उ.)