अभिमन्यु अर्जुन और सुभद्रा का पुत्र, जिसने महाभारत युद्ध में चक्रव्यूह भेदकर अपनी वीरता का परिचय दिया था। युद्ध में १३वें दिन अर्जुन जिस समय संशप्तकों से लड़ने चले गए थे, उस समय अवसर देखकर कौरवों ने चक्रव्यूह की रचना की जिसे भेदना अर्जुन के अतिरिक्त किसी को न आता था। अभिमन्यु ने सुभद्रा के गर्भ में ही चक्रव्यूह प्रवेश करना अपने पिता के मुख से सुन रखा था परंतु उससे निकलना उसे नहीं आता था। फिर भी चक्रव्यूह में प्रवेश कर वीरता का परिचय देकर उसने सद्गति प्राप्त की।
(चं.म.)