अन्हिलवाड़ या अन्हिलपाटन गुजरात की सोलंकी राजधानी वर्तमान पाटन था। उसे प्रसिद्ध सोलंकी चालुक्य मूलराज ने बसाया था और वह महमूद गजनी के हमले तक बराबर सोलंकियों की राजधानी बना रहा। वहीं सोमनाथ का प्रसिद्ध शिवमंदिर था जिसे गजनी के महमूद ने अपने १०२४-२५ ई. के आक्रमण में नष्ट कर दिया। उसके बाद भी सोलंकी चालुक्य लौटे और अन्हिलवाड़ में उन्होंने पर्याप्त काल तक राज किया। बाद में बघेलों ने उसे जीतकर वहाँ अपना राजकुल प्रतिष्ठित किया, और १३वीं सदी के अंत में अलाउद्दीन खिलजी ने जब गुजरात जीता तब अन्हिलवाड़ भी उसी के साम्राज्य का नगर बन गया।