अथानासियस महान् (ल. २९५-३७३ ई.)- संत अथनासियस का जन्म संभवत सिकंदरिया में हुआ था। व्यक्तिगत साधना के अतिरिक्त ये दो अन्य कारणों- (१) आरियस के विरोध तथा (२) सम्राट के हस्तक्षेप से गिरजे की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा- से चिरस्मरणीय है। ३२५ ई. मं यह नोकिया की महासभा में उपस्थित थे, जहाँ आरियस की शिक्षा दूषित ठहराया गया था (द्र. आरियस)। ३२८ ई. में ये सिकंदरिया के बिशप नियुक्त हुए, किंतु आरियस तथा उनके अनुयायियों के षड्यंत्रों के फलस्वरूप उनका उस नगर से पाँच चार निर्वासित किया गया। उनकी सौम्यता, उदारता तथा शांतिप्रियता के कारण आरियस के बहुत से अनुयायी काथलिक एकता में लौटे। (का. बु.)