अजरबैजान एक प्रदेश है जिसका कुछ भाग ईरान में और कुछ रूस में है। दोनों भाग एक ही नाम से जाने जाते हैं। ईरान का यह उत्तर-पश्चिमी प्रांत है जिसे रूसी भाग से आरस नदी अलग करती है। यह पठारी प्रदेश है जिसकी ऊँचाई ४,००० फुट से कुछ अधिक और क्षेत्रफल लगभग ३०,००० वर्ग मील है। इसकी घाटियां बहुत उपजाऊ हैं और इन्हीं में इस प्रदेश की मुख्य बस्तियाँ पाई जाती हैं। गेहूँ, जौ, कपास, फल तथा तंबाकू यहाँ की मुख्य फसलें हैं और जस्ता, गंधक, ताँबा, मिट्टी का तेल, विभिन्न रंग के संगमरमर इत्यादि खनिज पदार्थ मिलते हैं।

इस ईरानी प्रांत में ईरानी, तुर्क, कुर्द, असीरी और अर्मोनी मुख्य जातियाँ हैं। तुर्की भाषा साधारणतया बोली जाती है। यहाँ के निवासी अच्छे सैनिक होते हैं। इस प्रदेश का मुख्य नगर तेब्रिज है। १८,००० फुट ऊँचा ज्वालामुखी पर्वत अराराट इसी प्रदेश में है। इसी प्रदेश में ऊरुमिदा की खारे पानी की झील की द्रोणी (बेसिन) भी है। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अजरबैजान में विशेष राजनीतिक उथल-पुथल हुई। सन् १९४५ में रूसी सेनाओं ने इस ईरानी प्रदेश पर अधिकार कर लिया था, किंतु बाद में फिर ईरान का अधिकार हो गया।

रूसी अजरबैजान आरस नदी के उत्तर तथा आर्मीनिया और जार्जिआ के पूर्व में स्थित है। इसका क्षेत्रफल ८७,००० वर्ग कि. मी. है। यहाँ का जनतंत्रीय शासन रूस के जनतंत्र के अधीन है। (ह. ह. सिं.)