अच्युत (१) विष्णु एवं उनके अवतारों की संज्ञा है। इसीलिए वासुदेव कृष्ण को भी इसी नाम से अभिहित किया जाता है।

(२) जैनियों के चार श्रेणी के देवताओं में चौथी अर्थात् वैमानिक श्रेणी के कल्यभव नामक देवताओं के एक भेद को भी अच्युत कहा जाता है।

(३) एक पौधे का नाम।

(४) एक प्रकार की पद्मरचना जिसमें १२ बंध होते हैं। (कै. चं. श.)