अग्रिकोला, जार्ज जर्मन वैज्ञानिक, का जन्म २४ मार्च, १४९० को सैक्सनी में ग्लाउखाउ स्थान में हुआ। आपकी उच्च शिक्षा लाइपत्सिग विश्वविद्यालय में हुई। १५१७ में आपने यहीं से बी.ए. की डिग्री प्राप्त की। तत्पश्चात् आप स्विकाउ में म्युनिसिपल स्कूल में कार्य करने लगे। १५२४ में आपने औषधिविज्ञान का अध्ययन आरंभ किया और इटली के विश्वविद्यालय से डिग्री प्राप्त की। सन् १५२७ में आपकी नियुक्ति जोआचिमस्थल (बोहेमिया) में नगर डाक्टर के पद पर हो गई। १५३० में आप केम्नित्स चले आए।

प्रारंभ से ही आपकी रुचि खनिज विज्ञान के अध्ययन की ओर थी। केम्नित्स (जर्मनी) जैसे खनन केंद्र में पहुँचने पर आपको और भी प्रोत्साहन मिला। आपके ग्रंथों में दे रि मेतालिका सबसे अधिक प्रसिद्ध है। यह १२ भागों में है। इस ग्रंथ के अंतर्गत भौमिकी, खनन तथा धात्वकी तीनों विषय आ जाते हैं। यह ग्रंथ मूलत लातीनी में प्रकाशित हुआ था, पर इसका अनुवाद अंग्रेजी, जर्मन तथा इटालियन भाषाओं में भी हुआ।

आपकी दूसरी महत्वपूर्ण कृति है दे नातुरा फ़ासिलियम। दस भागों में प्रकाशित इस ग्रंथ में खनिजों तथा उनके वर्गीकरण का वर्णन है। १५४६ में आपका भौमिक विषयक ग्रंथ दे ओर्तु एत कोसिस सबतेरानिओरम प्रकाशित हुआ। भौतिक भौमिकी पर यह पहला वैज्ञानिक ग्रंथ है। इनके अतिरिक्त आपकी अन्य महत्वपूर्ण रचनाएँ निम्नलिखित हैं: बरमैनस तथा दोमिनातोरेस साक्सेनिकी आ प्रिमा ओरिजिने अद हाउक ईतात्यूर। केम्नित्स में ही आपकी मृत्यु २१ नवंबर, १५५५ को हुई। (म. ना. मे.)