अग्निहोत्र वैदिक काल में अग्निहोत्र का बड़ा नाम था। प्रातकालीन और सायंकालीन संध्याओं के उपरांत अग्निहोत्र करके पूजा से उठने का विधान है। वैदिक समय में यज्ञ के लिए जंगल से समिधा लाकर शुल्वसूत्र (ज्यामिति) के अनुसार यज्ञ की वेदी का निर्माण कर अग्निहोत्र करने की प्रथा थी जो अद्यावधि चली आ रही है। (चं. म.)