अंशुवर्मन नेपाल के ठाकुरी राजकुल का प्रतिष्ठाता और पहला नृपति। अंशुवर्मन पहले लिच्छविनरेश शिवदेव का मंत्री था, परंतु जिस प्रकार अभी हाल तक नेपाल में अधिकतर राजनीतिक अधिकार मंत्री के हाथ में रहा है, तब भी उसी प्रकार अंशुवर्मन राज्य का यथार्थत स्वामी था। शक्ति संपूर्णत हाथ आ जाने पर उसने राजमुकुट भी धारण कर लिया और पुराने राजकुल का अंत कर उसने ठाकुरी कुल की प्रतिष्ठा की। उसने एक संवत् भी चलाया जिसका प्रारंभ ५९ ई. से माना जाता है। अंशुवर्मन ने अपनी कन्या का विवाह तिब्बत के प्रसिद्ध सम्राट सांग-ब्तसानगंपो के साथ किया। हिंदू होते हुए भी उसे इस प्रकार के विवाह से परहेज न था। अंशुवर्मन ने संभवत ४० वर्ष राज किया। (भ. श. उ.)