विदुर दासी के गर्भ से उत्पन्न व्यास के पुत्र। महाभारत के समय ये कौरवों तथा पांडवों को उचित नीति का उपदेश देते थे यद्यपि युद्ध में इन्होंने पांडवों की सहायता की थी। जब कौरवों ने पांडवों के लाक्षागृह में आग लगा देने का उपक्रम किया था तो विदुर ने ही उन्हें समय पर सूचना देकर उनके जीवन की रक्षा की थी। इनकी ''विदुर नीति'' प्रसिद्ध है। (रामज्ञा द्विवेदी)