वाँल्टा ऊपरी गिनी तट की गैंबिया एवं नाइजर के मध्य सबसे बड़ी नदी है, जिसकी लंबाई ९०० मील है। इसका नाम पुर्तगालियों ने इसके टेढ़े मेढ़े मार्ग के कारण वॉल्टा रखा था। काली एवं श्वेत वॉल्टा मिलकर इस नदी का निर्माण करती हैं। काली वॉल्टा गिनीतट के वनों की पेटी के उत्तर में स्थित पठार से ११ उ. अ. तथा ४ ५० प. दे. से निकलती है, जहाँ से पूर्व, उत्तरपूर्व एवं फिर दक्षण की ओर बहती है तथा ८ १५ उ. अ. से पूर्वउत्तर की ओर बहती है। इस भाग में नदी का साधारण चौड़ाई १५०-२०० गज है। ० १५ प. दे. में श्वेत वॉल्टा मिलती है, जो १३ उ. अ. से दक्षिण की ओर बहती है। दोनों नदियाँ शुष्क मौसम में कम चौड़ी रह जाती है। संगमस्थल के नीचे वॉल्टा दक्षिणपूर्व, एवं फिर पूर्व की ओर बहती है। ७ ३७ उ. अ. में ओटी नदी मिलती है। निचली घाटी में वर्षा ऋतु में नदी की चौड़ाई लगभग आधा मील तथा गहराई ४०-५० फुट रहती है। नदी की घाटी में क्षिप्रिकाओं (rapids) तथा उसके मुहाने पर बालुकाभित्ति होने के कारण नौगम्य सुविधाजनक नहीं है। छोटे छोटे जलयान मुहाने से ६० मील अंदर तक पहुँच सकते हैं। (सु. ज. श.)