वसारी जार्जियो (१५११-१५७४) वसारी अरेस्सो में उत्पन्न हुआ था पर उसकी शिक्षा दीक्षा फ्लोरेंस में हुई। वह बहुमुखी प्रतिभा का व्यक्ति था। चित्रकला, मूर्तिकला, भवन-निर्माण-कला के अतिरिक्त वह अपने समय का सुप्रसिद्ध कला आलोचक भी था। उसने १५६८ ई. में कला के इतिहास पर एक पुस्तक प्रकाशित की जो इस विषय पर सबसे पहला प्रयास माना जाता है और अब तक संसार की तमाम भाषाओं में उसका अनुवाद हो चुका है। कला के इतिहास की दृष्टि से यह संसार की सबसे महत्वपूर्ण कृति मानी जाती है। सोलहवीं शताब्दी तक की कला को समझने के लिए यह पुस्तक अमूल्य सूचनाएँ प्रस्तुत करती है।
वसारी के बनाए चित्र फ्लोरेंस तथा रोम में प्राप्त हैं। अरेस्सो में उसका घर आज एक संग्रहालय बन चुका है। (रामचंद्र शुक्ल)