वरंगल १. जिला स्थिति : १७ ३० से १८ ३६ उ. अ. तथा ७८ ५० से ८१ ४० पू. दे. यह भारत के आंध्र प्रदेश राज्य का एक जिला है। इसका क्षेत्रफल ४९८८ वर्ग मील है। इसके उत्तर-पूर्व एवं पूर्व में खम्मम जिला, दक्षिण में नलगोंडा और पश्चिम में करीमनगर जिला है। इसका धरातल असम है। गोदावरी यहाँ की मुख्य नदी है। प्राचीनतम नीस एवं शिस्ट चट्टानें यहाँ पाई जाती हैं। कोयला एवं लोहा के भंडार भी पाए गए हैं। वनों में सागौन की लकड़ी पाई जाती है। चीता, भालू, भेड़िया एवं तेंदुआ आदि जंगली जानवर भी मिलते हैं। ताप गर्मियों में लगभग ४४ सें. तक तथा वार्षिक वर्षा २९ इंच है। ज्वार, बाजरा, धान, मक्का, तिलहन एवं दलहन जिले की मुख्य कृषि उपज हैं। यहाँ रेशमी वस्त्र, सूती वस्त्र, तेल पेरने, खाल एवं चमड़ा तैयार करने के कारखाने हैं। वरंगल, महबूबाबाद, जलगाँव, आदि मुख्य नगर हैं।

नगर, स्थिति : १७ ५८ उ. अ. तथा ७९ ३७ पू. दे.। यह वरंगल जिले का प्रमुख नगर व प्रशासनिक केंद्र है। नगर की स्थापना एक हिंदू राजा, प्रोदराजा (Prodraja), के द्वारा १२वीं शताब्दी में हुई थी। गोदावरी एवं कृष्णा नदियों के जलविभाजक पर, १,०५० फुट की ऊँचाई पर, नगर बसा है। इसके आसपास लाल बलुआ दोमट तथा काली मिट्टी के क्षेत्र हैं, जिनमें कहीं बैसाल्ट एवं ग्रैनाइट की चट्टानों के टीले भी हैं। इसकी जनसंख्या है। (सु. च. श.)