लैंगम्यूर, ईविंग (Langmuir,
जेनरल इलेक्ट्रिक कंपनी के अनुसंधान विभाग के ये अध्यक्ष नियुक्त हुए। इन्होंने उच्च निर्वात के व्यवहार की प्रविधि का विकास किया, पारे के वाष्प पंप का आविष्कार किया, निम्न दाब पर पदार्थ के व्यवहार का अनुसंधान किया तथा स्वप्रस्तावित परमाणुओं के अष्टकवाद द्वारा तत्वों के संयोजकता गुणों की व्याख्या की।
रॉयल सोसायटी ने सन् १९१८ में आपको ह्यूज़ (Hughes) पदक द्वारा सम्मानित किया तथा सन् १९३२ में आपको नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। (भगवानदास वर्मा)