लैंकाशिर (Lancashire)
स्थिति : ५३�४०� उ.अ. तथा २�३०� प.दे.। यह इग्लैंड
के उत्तर पश्चिमी किनारे पर स्थित काउंटी है, जिसका क्षेत्रफल
१,८६६ वर्ग मील है। यह पश्चिम में आइरिश सागर से, पूर्व में
यॉर्कशिर से, दक्षिण में चेशिर (Cheshire)
काउंटी से तथा उत्तर में कंबरलैंड एवं वेस्टमरलैंड (Westmorland)
काउंटी से घिरा हुआ है। इस काउंटी की तटरेखा अनियमित
है। यहाँ के मुख्य प्रवेशद्वार मोरकैम बे (Morecambe Bay)
और मर्ज़ि (Mersey) एवं रिब्ल (Ribble)
नदियों के ज्वारनदमुख हैं। काउंटी का उत्तरी तथा पश्चिमी भाग
पहाड़ी है। लंकाशिर के कोयले का क्षेत्र मर्ज़ि तथा रिब्ल नदियों
के मध्य के भूभाग में ४०० वर्ग मील में फैला हुआ है। जहाज निर्माण
करने के लिए प्रसिद्ध फर्नेंस (Furness)
क्षेत्र में पर्याप्त लोहा मिलता है। लैंकाशिर सूती वस्त्र के लिए
विश्वविख्यात है तथा अन्य प्रकार के भी वस्त्र यहाँ बनते हैं। यहाँ
सभी प्रकार की मशीनों का भी निर्माण होता है। यहाँ सभी प्रकार
की मशीनों का भी निर्माण होता है। स्लेट तथा फर्शबंदी के
लिए पत्थरों का खनन यहाँ की खानों में होता है। कांउटी के
प्रशासनिक नगर का नाम भी लैंकाशिर है, जहाँ नॉर्मन काल
का ऐतिहासिक किला है। लैंकाशिर काउंटी में साबुन, मोमबत्ती,
क्षार तथा काँच निर्माण करने के कारखाने हैं। दक्षिणी लैकाशिर
में सूती वस्त्र उत्पादन करनेवाला प्रमुख जिला मैंचेस्टर है, जो
संसार में सबसे, घना बसा हुआ क्षेत्र है। १४वीं शताब्दी में ऊनी
तथा लिनेन वस्त्रों की बुनाई प्रारंभ होने पर, मैंचेस्टर
का विकास प्रारंभ हुआ और १८वीं शताब्दी के मध्य में सूती वस्त्र
के उद्योग का विकास आरंभ हुआ। इंग्लैड का दूसरा बंदरगाह
तथा लिवरपूल में प्रथम डॉक १७०० ई. में खुला। यह डॉक मर्ज़ि
नदी के साथ साथ सात मील तक चला गया है। लंदन के बाद
लैकाशिर इंग्लैंड की सबसे घनी बसी हुई काउंटी है। यहाँ
की जनसख्या ५१,०४,००० (१९५२) है। यहाँ से पार्लियामेंट के लिए १८
सदस्य चुने जाते हैं।
(अजित नारायण मेहरोत्रा)