लेबनान (Lebanon) गणतंत्र, स्थिति : ३४ उ.अ. तथा ३६ पू.दे.। यह गणतत्र एशिया महाद्वीप में भूमध्यसागर के पूर्वी छोर पर स्थित है। १९४१ ई. में इसे स्वतंत्र घोषित किया गया और १९४६ ई. में फ्रांसीसी सेनाओं ने लेबनान को छोड़ दिया। यहाँ का क्षेत्रफल १०,४०० वर्ग किमी. तथा जनसंख्या १७,५०,००० (१९६३) है। बेरूत यहाँ की राजधानी है। लेबनान की जलवायु अधिक परिवर्तनीय है। किनारे की नीची भूमि की जलवायु ग्रीष्म में गरम तथा आर्द्र और जाड़े में सौम्य रहती है, पर पहाड़ियों पर जाड़े में अत्यधिक हिमपात होता है। सक्षम आबादी का ४० प्रतिशत खेती में लगा है। अरबी भाषा सर्वत्र बोली जाती है, पर अंग्रेजी और फ्रांसीसी भाषा भी अधिक लोग समझ लेते हैं। ईसाइयों और मुसलमानों का जनसंख्या में लगभग बराबर अनुपात है। त्रिपोली, सईदा तथा ज़ाह्लाह (Zah lah) अन्य प्रमुख नगर हैं।

फलों की खेती यहाँ प्रमुख कृषि कार्य है। केले, नीबू प्रजाति के फल, सेब, जैतून, अंजीर और अंगूर प्रमुख उपज हैं। गेहूँ, जौ और मक्का अन्य उपज हैं। पालतू पशुओं की संख्या कम है। मांस के लिए पशु सीरिया से आयात किए जाते हैं। लेबनान का प्रमुख उद्योग तेल परिष्करण, सीमेंट निर्माण तथा खाद्य पदार्थों का संसाधन है। पर्यटन भी यहाँ की आय का प्रमुख स्रोत है।

देश में ५०० मील लंबा रेलमार्ग है। नगर अच्छी सड़कों से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। देश में चार विश्वविद्यालय हैं। १९६० ई. से देश में नि:शुल्क प्राथमिक शिक्षा दी जा रही है।

लेबनान निर्बाध बाजार है और यहाँ का दो तिहाई से अधिक व्यापार परिवहन तथा यातायात का है। बेरूत मध्य पश्चिम का वाणिज्य एवं आर्थिक केंद्र है। बेरूत का नैशनल म्यूज़ियम, अमरीकन युनिवर्सिटी म्यूज़ियम और लेबनान के ऐतिहासिक तथा प्राकृतिक स्थान दर्शनीय हैं। (अजित नारायण मेहरोत्रा)