लेनबाख़ फ्रांज वान (Lenbach Franz Von) जर्मन चित्रकार। इसका जन्म १३ दिसंबर, १८३६ को शोबेन हाउजेन (बवेरिया) में हुआ। आग्सवर्ग तथा म्यूनिख की चित्रदीर्घाओं के निरीक्षण के पश्चात् इसकी रुचि कला की ओर हुई। तत्पश्चात् कुछ काल तक ग्रेफ़्ल की चित्रशाला में कार्य करता रहा। पिलोटी की शिष्याता के पश्चात् 'गड़ेरिये का लड़का' शीर्षक चित्र बनाया। लेनबाख ने जर्मनी के लिए यथार्थवादी आंदोलन की भूमिका प्रस्तुत की। इसकी विशेष ख्याति आकृति चित्रकार के रूप में है तथा उसके प्रसिद्ध आकृतिचित्र हैं - 'बिस्मार्क' तथा 'विलियम प्रथम'। ६ मई, १९०४ में इसकी मृत्यु म्यूनिख में हुई। (गुरुदेव त्रिपाठी)