लीओपोल्डविल (Lepoldville), या रिपब्लिक ऑव द कांगो (Republic of the Congo), १. राज्य, यह मध्य अफ्रीका के बीच में स्थित बड़ा राज्य है, जिसका क्षेत्रफल २३,४५,४०९ वर्ग किमी. है। यह उत्तर पश्चिम में कांगो नदी तथा कांगो रिपब्लिक (ब्राजविल) से, उत्तर में सूडान एवं सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक (Central African Republic) से, पूर्व में उगांडा, रुवांडा-वरुंदी एवं तंजानिया से, और दक्षिण में जैबिया एवं अंगोला से घिरा हुआ है। यहाँ की जलवायु उष्ण है और औसत ताप २७ सें. रहता है तथा वार्षिक वर्षा का औसत ६० से ८० इंच है। यहाँ अनेक बंतु भाषाएँ बोली जाती हैं। इस राज्य में २१ प्रांत हैं। कटांगा की ताँबे की खानें राष्ट्र की प्रमुख संपत्ति हैं। मैंगनीज़, जस्ता, यूरेनियम तथा अन्य खनिज भी राज्य में मिलते हैं। कासाइ (Kasai) में हीरे की संपन्न खाने हैं। यहाँ के प्रमुख कृषि उत्पाद केले, खजूर का तेल, रबर, कॉफी, इमारती लकड़ियाँ, तथा मंडशिफ (manioc) हैं। इनके अतिरिक्त गेहूँ, मूँगफली, मटर, मक्का, धान, आलू तथा गन्ने की भी खेती होती है। यद्यपि उद्योगों का विकास अभी तक नहीं हो पाया है, फिर भी सीमेंट, सीगरेट, वस्त्र तथा ईटों का निर्माण होता है। इस राज्य में तीन विश्वविद्यालय तथा ग्यारह महाविद्यालय हैं। लीओपोल्डविल यहाँ की राजधानी है। इसके अतिरिक्त एलिज़ाबेथविल (४,००,०००) तथा स्टैन्लिविल (३,००,०००) अन्य महत्वपूर्ण नगर है।

२. नगर, स्थिति: ४२० द.अ. तथा १५१५ पू.दे.। यह लीओपोल्डविल राज्य की राजधानी है। कांगो नदी के दक्षिणी तट पर स्थित यह नगर ऐटलैटिक महासागर के तट पर स्थित कांगों नदी के मुहाने से ३५० मील दूर पर स्थित है। कांगो क्षेत्र के सभी बहुमूल्य उत्पाद यहाँ से जहाज पर लदकर बाहर जाते है तथा बाहर से सामान लादकर जहाज यहाँ आते हैं। लीओपोल्डविल से ठीक दक्षिण में लिविंग्स्टोन प्रपात है, जिसके कारण लीओपोल्डविल से आगे जहाजों का जाना संभव नहीं है। नगर का नाम बेल्जियम के शासक लीओपोल्डविल द्वितीय के नाम पर पड़ा है और १९२३ ई. में यह बेल्जियम कांगो की राजधानी बना था। इसकी सड़कें सुंदर हैं। यहाँ विद्युत प्रकाश का प्रबंध है तथा ईटों और सीमेंट के मकान सड़क के किनारे बने हुए हैं। है। नगर में कपड़े, रेलों की पटरियाँ तथा सीमेंट के कारखाने हैं। हवाई यातायात की उत्तम सुविधा है। (अजित नारायण मेहरोत्रा)