लाहौर (Lahore) स्थिति : ३१३२ उ.अ. तथा ७४२२ पू.दे.। पाकिस्तान बनने के पूर्व यह पंजाब प्रांत की राजधानी था, पर अब यह केवल पश्चिमी पाकिस्तान की राजधानी है। नगर का प्राचीन भाग हजारों वर्ष पुराना है और मुगल राज्य के अनेक चिह्न यहाँ स्पष्ट दिखाई पड़ते हैं। अंग्रेजों के पूर्व यहाँ सिखों का राज्य था और लाहौर उनकी राजधानी थी। यहाँ अनेक ऐतिहासिक गुरुद्वारे विद्यमान हैं। पुराने शहर के चारों ओर १५ फुट ऊँची ईटों की दीवार मौजूद है। नगर में राणा रणजीतसिंह की समाधि स्थित है। लाहौर से ६ मील उत्तर में रावी नदी के उस पार सम्राट् जहाँगीर की संगमरमर की बनी भव्य कब्र स्थित है, जिसके चारों ओर बगीचा लगा है। नगर से ६ मील पूर्व में भारतीय ढंग का शालामार नामक सुंदर बगीचा है, जो शाहजहाँ द्वारा लगवाया गया था। पुराने नगर के बाहर दक्षिण की ओर १८४९ ई. में यूरोपीय लोगों के आवास बने थे। अब पुराने नगर के आसपास अनेक बस्तियाँ हो गई हैं। लाहौर का आधुनिक नगर चार भागों में बँटा है: पुराना नगर, डोनैल्ड टाउन, अनारकली बाजार तथा मियाँ मीर की छावनी। सिविल लाइन की मुख्य सड़क माल कहलाती है। लाहौर पंजाब की शिक्षा का प्रमुख केंद्र है। यहाँ पंजाब विश्वविद्यालय है, जिसके साथ अनेक चिकित्सा, विधि, अध्यापक प्रशिक्षण तथा आर्ट्स महाविद्यालय संलग्न हैं। कपड़ा बुनना, तथा आटा चक्कियों के अतिरिक्त यहाँ अनेक अन्य उद्योग धंधे भी हैं।